मंगल दोष हिंदू ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसे कई लोग गंभीरता से लेते हैं। यदि कुंडली में मंगल दोष होता है, तो इसे दूर करने के लिए विशेष पूजा की जाती है। उज्जैन, जो कि महाकाल की नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, मंगल दोष निवारण पूजा के लिए एक आदर्श स्थान है। यह लेख आपको उज्जैन में मंगल दोष पूजा करने की संपूर्ण जानकारी देगा, जिसमें पूजा की विधि, प्रमुख मंदिर और इसकी लागत शामिल हैं।
मंगल दोष क्या होता है? – मंगल दोष तब बनता है जब जन्म कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में होता है। इसे “मांगलिक दोष” भी कहा जाता है, और यह विवाह तथा पारिवारिक जीवन पर प्रभाव डाल सकता है। इस दोष को शांत करने के लिए विशेष पूजा की जाती है, जिससे वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
उज्जैन में मंगल दोष निवारण पूजा विशेष रूप से पंडितों द्वारा वेदिक रीति-रिवाजों के अनुसार कराई जाती है। यह पूजा निम्नलिखित चरणों में संपन्न होती है:
सबसे पहले, जातक को क्षिप्रा नदी में स्नान करना चाहिए, जिससे शरीर और मन शुद्ध हो जाए।
इसके बाद, पूजा स्थल पर पंडित द्वारा संकल्प दिलाया जाता है, जिसमें जातक अपनी समस्याओं के समाधान और मंगल दोष निवारण की प्रार्थना करता है।
पूजा स्थल पर एक कलश (कुंभ) की स्थापना की जाती है, जो सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है।
सभी नवग्रहों की विधिवत पूजा की जाती है, जिससे अन्य ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त हो सके।

जिनकी शादी में विलंब हो रहा हो, उनके विवाह योग मजबूत होते हैं।

परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

व्यापार और नौकरी में उन्नति होती है।

अन्य नकारात्मक ग्रह दोष भी शांत होते हैं।
उज्जैन में मंगल दोष पूजा करवाना एक प्रभावी उपाय है, जो आपके जीवन में सकारात्मकता और शांति ला सकता है। यदि आप इस पूजा को करवाना चाहते हैं, तो महाकालेश्वर, मंगलनाथ मंदिर या अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर योग्य पंडित से पूजा करवा सकते हैं।
यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है और आप इसके निवारण के लिए उज्जैन आ रहे हैं, तो सही मंदिर और पंडित का चयन अवश्य करें। सही विधि से की गई पूजा अवश्य ही आपके जीवन में शुभता लेकर आएगी।
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